Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि

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introduction

[ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ] भारत की खाद्य संस्कृति अपनी विविधता और स्वाद में निरंतर समृद्ध होती जा रही है। हर राज्य की अपनी विशेषता और परंपराएं होती हैं, जो उसे विशेष बनाती हैं। इसी विविधता में सत्तू पराठा एक ऐसी डिश है जो खासतौर पर उत्तर भारत और बिहार की पारंपरिक खाद्य संस्कृति का हिस्सा है। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी एक बेहतरीन विकल्प है। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

सत्तू पराठा को विभिन्न प्रकार से तैयार किया जाता है और इसे कई तरह से खाया जा सकता है – नाश्ते में, लंच में, या फिर एक हल्के स्नैक के रूप में। यह पराठा सत्तू (भुने हुए चने का आटा) से बनाया जाता है, जो प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आइए, इस लेख में सत्तू पराठा के बारे में विस्तार से जानें, इसकी बनाने की विधि, इसके फायदे, और इस स्वादिष्ट व्यंजन की लोकप्रियता के बारे में चर्चा करें।

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सत्तू पराठा क्या है?

सत्तू पराठा एक प्रकार का पराठा है जो मुख्य रूप से सत्तू (चने का भुना हुआ आटा) से तैयार किया जाता है। सत्तू का इस्तेमाल विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बहुत अधिक होता है। इस पराठे को बनाने के लिए सत्तू को गेहूं के आटे के साथ मिलाकर मसाले, हरी मिर्च, और कभी-कभी हरा धनिया भी डाला जाता है। इसके बाद, इसे तवे पर सेंका जाता है, जिससे यह कुरकुरा और स्वादिष्ट बनता है।

पोहे: एक संपूर्ण गाइड

सत्तू पराठा बनाने की विधि

आवश्यक सामग्री

  • 1 कप सत्तू (भुने चने का आटा)
  • 1 कप गेहूं का आटा
  • 1 छोटी चम्मच अजवाइन
  • 1 छोटी चम्मच जीरा पाउडर
  • 1 छोटी चम्मच चाट मसाला (ऐच्छिक)
  • 1-2 हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]
  • 1/2 कप हरा धनिया (बारीक कटा हुआ)
  • स्वाद अनुसार नमक
  • पानी (आटे को गूंधने के लिए)
  • घी या तेल (पराठा सेंकने के लिए) [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

बनाने की विधि

  1. आटा गूंधना: सबसे पहले, एक बर्तन में गेहूं का आटा, सत्तू, अजवाइन, जीरा पाउडर, चाट मसाला, हरी मिर्च, हरा धनिया और नमक डालें। इन सभी सामग्री को अच्छे से मिला लें।[ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]
  2. पानी डालकर आटा गूंधें: अब धीरे-धीरे पानी डालते हुए आटे को गूंध लें। आटा न तो बहुत सख्त होना चाहिए और न ही बहुत नरम। इसे सामान्य पराठा आटे जैसा गूंधें।
  3. आटे का लोइयां बनाना: आटा गूंधने के बाद, उसकी छोटी-छोटी लोइयां बना लें।
  4. पराठा बेलना: अब एक लोई लेकर इसे बेलन से बेल लें। इसे बेलते समय थोड़ा सूखा आटा लगा सकते हैं ताकि पराठा चिपके नहीं।
  5. तवे पर सेंकना: एक तवा गर्म करें और उस पर पराठा डालकर दोनों ओर घी या तेल लगाकर अच्छे से सेंक लें। दोनों ओर से कुरकुरा होने तक सेंकें।
  6. सर्व करना: अब सत्तू पराठा तैयार है। इसे दही, अचार, या करी के साथ सर्व करें। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

सत्तू पराठा के फायदे

सत्तू पराठा न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यहां हम इसके कुछ प्रमुख फायदे बता रहे हैं:[ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

सत्तू पराठा के फायदे: सेहत का खजाना

सत्तू पराठा, एक ऐसी डिश है जो न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि सेहत के लिहाज से भी एक बेहतरीन विकल्प है। यह खासतौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और उत्तर भारत के कुछ अन्य क्षेत्रों में एक पारंपरिक व्यंजन के रूप में प्रसिद्ध है। सत्तू, जिसे हम भुने चने का आटा भी कहते हैं, बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे जब पराठे के रूप में खाया जाता है, तो यह एक संपूर्ण और पौष्टिक भोजन बन जाता है। सत्तू पराठा का सेवन न केवल पेट को तृप्त करता है, बल्कि यह शरीर को भी कई प्रकार से लाभ पहुंचाता है। इस लेख में हम सत्तू पराठा के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे।[ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

1. प्रोटीन का शानदार स्रोत

सत्तू पराठा में मुख्य सामग्री सत्तू (भुना हुआ चना का आटा) होती है, जो प्रोटीन से भरपूर होता है। यह एक बेहतरीन प्रोटीन स्रोत है, खासकर उन लोगों के लिए जो शाकाहारी आहार का पालन करते हैं। प्रोटीन शरीर के लिए आवश्यक होता है, क्योंकि यह मांसपेशियों के निर्माण, कोशिकाओं की मरम्मत, और शरीर के सामान्य कार्यों के लिए जरूरी है। सत्तू का नियमित सेवन मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है और शरीर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है।

सत्तू पराठा, खासतौर पर नाश्ते में या लंच में खाने के लिए आदर्श होता है, क्योंकि यह शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। प्रोटीन से भरपूर होने के कारण, यह भूख को नियंत्रित करता है और लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखता है, जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है।[ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

2. पाचन तंत्र को सुधारता है

सत्तू पराठा में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद है। सत्तू, चने से तैयार होने के कारण इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, आंतों की सफाई करता है और कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है।

आधुनिक जीवनशैली में खराब आहार, फास्ट फूड और खराब पाचन तंत्र के कारण कई लोग पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करते हैं। सत्तू पराठा इन समस्याओं से निपटने के लिए एक प्राकृतिक उपाय हो सकता है। इसके अलावा, यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है, जो पेट की बीमारियों को रोकने में मदद करते हैं।

3. वजन कम करने में मददगार

सत्तू पराठा में फाइबर और प्रोटीन दोनों की अच्छी मात्रा होती है, जो वजन घटाने में सहायक हो सकते हैं। जब हम अधिक फाइबर और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो हमारा पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है। इसके परिणामस्वरूप, यह अतिरिक्त कैलोरी के सेवन को कम करता है और वजन घटाने में मदद करता है।

सत्तू पराठा के सेवन से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे भूख और वजन पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें अधिक वसा या कैलोरी नहीं होती, जिससे यह एक स्वास्थ्यवर्धक और हल्का भोजन बनता है।

4. हृदय स्वास्थ्य को लाभकारी

सत्तू पराठा हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हो सकता है। सत्तू, जो चने से बनता है, में अच्छे प्रोटीन के अलावा, आंतरिक फैटी एसिड और खनिज होते हैं, जो रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं और हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जिससे हृदय रोगों का जोखिम घटता है। इसके अतिरिक्त, यह उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।

सत्तू में पोटेशियम की मात्रा भी होती है, जो रक्तचाप को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए सत्तू पराठा उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है जो हृदय स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं।

5. शरीर को ठंडक प्रदान करता है

गर्मियों में, सत्तू एक बेहतरीन प्राकृतिक ठंडक का स्रोत बन सकता है। सत्तू के सेवन से शरीर की गर्मी कम होती है और शरीर को ठंडक मिलती है। यह गर्मी के महीनों में विशेष रूप से फायदेमंद है, जब हम गर्मी के कारण कमजोर महसूस करते हैं और शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है।

सत्तू का सेवन शरीर को हाइड्रेटेड भी रखता है, जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती और शरीर की कार्यप्रणाली सामान्य रहती है। कई लोग गर्मियों में सत्तू को पानी में घोलकर एक शरबत के रूप में पीते हैं, जो शरीर को तुरंत ठंडक और ताजगी प्रदान करता है।

6. पेट की बीमारियों से बचाव

सत्तू में आयरन, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे खनिजों की अच्छी मात्रा होती है, जो पेट के लिए फायदेमंद हैं। ये खनिज पाचन तंत्र को मजबूत करने और पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। सत्तू पराठा के नियमित सेवन से पेट की गैस, एसिडिटी, और उल्टी जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है।

आयरन की उपस्थिति शरीर के रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करती है, और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है। इस प्रकार, सत्तू पराठा का सेवन न केवल पेट के लिए, बल्कि पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है।

7. शरीर में ऊर्जा का संचार करता है

सत्तू पराठा में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक होते हैं। यह शरीर को ताजगी और स्फूर्ति प्रदान करता है, जिससे दिनभर की गतिविधियों को करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। विशेष रूप से सत्तू पराठा को नाश्ते के रूप में खाने से पूरे दिन की ऊर्जा का स्तर बनाए रखा जा सकता है।

इसके अलावा, सत्तू में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। यह किसी भी अन्य तली हुई या भारी आहार के मुकाबले हल्का और पौष्टिक होता है, जिससे शरीर में तुरंत ऊर्जा का संचार होता है।

8. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

सत्तू में एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन होते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं। विटामिन बी और ई की मौजूदगी त्वचा की रंगत को सुधारने, बालों को मजबूत बनाने और त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में मदद करती है।

यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनकी त्वचा या बाल गर्मी और धूप के कारण क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। सत्तू का सेवन करके आप अपने शरीर को आंतरिक रूप से पोषित कर सकते हैं, जिससे आपकी त्वचा और बालों की सेहत में सुधार हो सकता है।

9. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना

सत्तू पराठा में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका अर्थ है कि यह धीरे-धीरे शरीर में शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है, और खासतौर पर डायबिटीज़ के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।

सत्तू के सेवन से इंसुलिन का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों को ज्यादा मदद मिलती है। यह उनके शुगर लेवल को अनियंत्रित होने से रोकता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर स्थिर बना रहता है

सत्तू पराठा के स्वाद में विविधता

सत्तू पराठा को विभिन्न प्रकार से तैयार किया जा सकता है। आप इसमें विभिन्न मसालों का उपयोग कर सकते हैं या फिर इसे चटपटा बनाने के लिए हरी मिर्च और मसाले डाल सकते हैं। इसके अलावा, इसे दही, अचार, और चटनी के साथ सर्व किया जा सकता है, जो इसके स्वाद को और भी बढ़ा देता है। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

1. सत्तू पराठा विद पनीर

अगर आप चीज़ पसंद करते हैं, तो आप सत्तू पराठा में पनीर भी भर सकते हैं। इससे एक नया स्वाद मिल जाएगा और यह और भी पौष्टिक हो जाएगा। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

2. सत्तू पराठा विद आलू

सत्तू पराठे में आलू का मिश्रण भी बहुत स्वादिष्ट लगता है। आप आलू उबालकर उसे सत्तू और मसालों के साथ मिला सकते हैं, और फिर उसे पराठे में भर सकते हैं। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

3. सत्तू पराठा विद हरा धनिया और मिर्च

अगर आपको तीखा पसंद है, तो आप सत्तू पराठा में हरा धनिया, हरी मिर्च, और अदरक का तड़का डाल सकते हैं, जो इसके स्वाद को बढ़ा देता है। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

सत्तू पराठा के विभिन्न प्रकार

सत्तू पराठा को तैयार करने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं, जो खासतौर पर क्षेत्रीय पसंद और उपलब्ध सामग्री पर निर्भर करते हैं। [ Nu 1 Best सत्तू पराठा की विधि ]

1. बिहार का पारंपरिक सत्तू पराठा

बिहार में सत्तू पराठा आमतौर पर एक बहुत ही सादा और पारंपरिक तरीके से बनाया जाता है, जिसमें केवल सत्तू, मसाले और आटे का मिश्रण होता है। यह पराठा अधिकतर घरों में एक नाश्ते या हल्के भोजन के रूप में खाया जाता है।

2. उत्तर भारत का मसालेदार सत्तू पराठा

उत्तर भारत में, सत्तू पराठा को अधिक मसालेदार बनाया जाता है, जिसमें लाल मिर्च, धनिया पाउडर, और अन्य मसालों का प्रयोग किया जाता है। यह संस्करण थोड़ा तीखा और चटपटा होता है, जिसे रोटी के रूप में खाया जाता है।

सत्तू पराठा और स्वास्थ्य

सत्तू पराठा, जैसे कि हम पहले ही देख चुके हैं, पोषण से भरपूर है। यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और फाइबर का अच्छा स्रोत है, जो शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, सत्तू पराठा में शामिल मसाले शरीर में सूजन कम करने और पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करते हैं।

सत्तू पराठा के साथ क्या खाएं?

सत्तू पराठा को आप दही, अचार, या फिर विभिन्न प्रकार की चटनी के साथ खा सकते हैं। दही से यह और भी ज्यादा ताजगी और ठंडक प्रदान करता है। साथ ही, आप इसे प्याज और हरी मिर्च के सलाद के साथ भी सर्व कर सकते हैं।

FAQs (Frequently Asked Questions)

1. सत्तू पराठा कैसे बनाएं?
सत्तू पराठा बनाने के लिए सत्तू, गेहूं का आटा, मसाले, हरी मिर्च, और हरा धनिया मिलाकर आटा गूंधें। फिर लोई बनाकर पराठा बेलें और तवे पर सेंककर परोसें।

2. सत्तू पराठा के फायदे क्या हैं?
सत्तू पराठा प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह पाचन

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