Table of Contents
Introduction
[ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ] लखनऊ, उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्र, अपनी वास्तुकला, साहित्य और मुग़ल-कालीन संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।
लेकिन लखनऊ की एक और खास पहचान है, जो खासतौर पर उसके स्वादिष्ट पकवानों में निहित है। इनमें से सबसे प्रसिद्ध और अविस्मरणीय है “लखनऊ का टुंडे कबाब”।
यह कबाब लखनऊ के दिल, यानी चाट बाजार में जन्मा, और आज न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी इसका नाम बड़ा है।
इस लेख में हम टुंडे कबाब के इतिहास, उसके अद्वितीय स्वाद और उसकी रेसिपी की विस्तृत जानकारी देंगे। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
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टुंडे कबाब का इतिहास
कबाब का जन्म
कबाब का नाम सुनते ही हमारे मन में मांसाहारी व्यंजन का ख्याल आता है, जो मुग़ल साम्राज्य के दौर से जुड़ा हुआ है।
लखनऊ के टुंडे कबाब की कहानी भी मुग़लकाल से जुड़ी हुई है।
कहा जाता है कि टुंडे कबाब का आविष्कार एक शाही बावर्ची ने किया था, जो “टुंडे” (एक हाथ) से काम करने के लिए प्रसिद्ध था। यह बावर्ची अपनी एक घायल बांह के कारण पूरी तरह से एक हाथ से काम करता था। इसके बावजूद, उसने अपनी कला से लखनऊ में कबाब की एक नई विधि विकसित की, जो स्वाद में बेमिसाल और नरम होती थी। इस कबाब की खासियत यह थी कि यह इतने मुलायम होते थे कि कांटे से भी इसे खाया जा सकता था। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
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टुंडे कबाब का नामकरण
कभी लखनऊ के चौक क्षेत्र में स्थित एक छोटे से होटल में इस विशेष कबाब को पहली बार बनाया गया। इस कबाब को बनाने वाले शाही बावर्ची का नाम था हाजी मीरza मुहम्मद। वह अपनी एक हाथ की कमी के कारण “टुंडा” के नाम से मशहूर हुए, और उनके द्वारा बनाए गए कबाब का नाम भी “टुंडे कबाब” पड़ा। धीरे-धीरे यह कबाब लखनऊ के विभिन्न हिस्सों में प्रसिद्ध हो गया और इसकी खासियत के कारण यह बहुत लोकप्रिय हो गया। आज यह कबाब लखनऊ के हर गली-मोहल्ले में उपलब्ध है, और लोग दूर-दूर से इसे चखने के लिए आते हैं। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
टुंडे कबाब की खासियत
नरम और मुलायम
टुंडे कबाब की सबसे बड़ी खासियत उसकी मुलायमियत है। यह कबाब इतने नरम होते हैं कि इन्हें बिना चबाए ही आसानी से खाया जा सकता है। इसे बनाने में विशेष तरह के मसाले और मांस का उपयोग किया जाता है, जो इसे एक अद्भुत स्वाद प्रदान करते हैं।
अनूठे मसाले
टुंडे कबाब में उपयोग होने वाले मसाले बहुत खास होते हैं। इसका मुख्य मसाला उसके स्वाद और खुशबू को बेमिसाल बनाता है। इसमें न केवल गरम मसाले, बल्कि सूखे फल, धनिया, दारचीनी, इलायची और पुदीना जैसे प्राकृतिक अवयव भी डाले जाते हैं, जो इसकी लजीज़ता और सुगंध को बढ़ाते हैं। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
ताजगी का अहसास
टुंडे कबाब हमेशा ताजे बनाए जाते हैं। यह कबाब खासतौर पर तवे पर धीमी आंच पर पकाए जाते हैं, जिससे उनका स्वाद और ताजगी बरकरार रहती है। कबाब को सर्व करने से पहले इसे ताजा तैयार किया जाता है, ताकि खाने वाले को इसका असली स्वाद मिल सके। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
टुंडे कबाब की रेसिपी
टुंडे कबाब बनाने का तरीका थोड़ा जटिल हो सकता है, लेकिन अगर सही विधि का पालन किया जाए तो इसका स्वाद गजब का होता है। चलिए, अब हम इसकी रेसिपी की ओर ध्यान आकर्षित करते हैं: [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
सामग्री
- मटन (लगभग 500 ग्राम)
- बारीक कटे हुए प्याज (1)
- अदरक-लहसुन का पेस्ट (1 चमच)
- हरी मिर्च (2-3)
- धनिया पाउडर (1 चमच) [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
- जीरा पाउडर (1/2 चमच)
- गरम मसाला (1/2 चमच)
- पुदीने के पत्ते (10-12)
- कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर (1 चमच)
- नींबू का रस (1 चमच)
- ताजे मसाले (इलायची, दारचीनी, लौंग)
- तेल (2 चमच)
- नमक (स्वाद अनुसार) [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
विधी
- सबसे पहले, मटन को अच्छी तरह धोकर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
- अब मटन को एक बर्तन में डालकर उसमें प्याज, अदरक-लहसुन का पेस्ट, हरी मिर्च, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला, पुदीने के पत्ते, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर, नींबू का रस और नमक डालकर अच्छे से मिक्स करें।
- इसे 2-3 घंटे के लिए मैरिनेट होने दें। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
- अब एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और उसमें ताजे मसाले डालकर भूनें। फिर इसमें मटन का मसाला डालकर धीमी आंच पर पकाएं।
- जब मटन मुलायम और पक जाए, तो इसे तवे पर धीमी आंच पर सेंकें।
- टुंडे कबाब तैयार हैं। इन्हें धनिया पत्तियों और प्याज के साथ सर्व करें। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
लखनऊ में टुंडे कबाब के प्रसिद्ध स्थान
टुंडे कबाब वाला, चाट बाजार
लखनऊ के चाट बाजार में स्थित “टुंडे कबाब वाला” वह प्रसिद्ध स्थान है जहां इस कबाब का जन्म हुआ था। यहाँ आने वाले लोग इस कबाब का स्वाद चखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। इस दुकान के कबाब की खास बात यह है कि इसे बनाने का तरीका आज भी प्राचीन विधियों का पालन करते हुए किया जाता है। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
दरगाह कबाब
दरगाह कबाब भी लखनऊ का एक और प्रसिद्ध स्थान है जहां टुंडे कबाब का स्वाद लिया जा सकता है। यहाँ के कबाब की लोकप्रियता ने इसे लखनऊ के प्रमुख खानपान स्थलों में शामिल कर लिया है। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
आलमगंज
लखनऊ के आलमगंज में भी कई दुकानों में टुंडे कबाब मिलते हैं, और यहाँ के कबाब को भी लोग बहुत पसंद करते हैं। इस क्षेत्र में आपको पारंपरिक लखनवी स्वाद और आधुनिकता का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
लखनऊ के अन्य प्रसिद्ध कबाब
शाही कबाब
लखनऊ का एक और प्रसिद्ध कबाब शाही कबाब है, जो मुख्यत: मुग़ल साम्राज्य के समय से ही लखनऊ के व्यंजन का हिस्सा है। यह कबाब विशेष रूप से बकरा या मटन से बनाया जाता है और इसमें मसालों का मिश्रण बहुत सटीक होता है। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
बनारी कबाब
यह कबाब भी लखनऊ के कई बाजारों में मिलता है और इसका स्वाद भी टुंडे कबाब से कम नहीं है। इसे खासतौर पर स्ट्रीट फूड के रूप में बहुत लोकप्रियता मिली है। [ Nu 1 Best लखनऊ का टुंडे कबाब ]
क्यों खाएं टुंडे कबाब?
स्वाद का अद्वितीय अनुभव
टुंडे कबाब का स्वाद लखनऊ की शाही खानपान परंपरा को दर्शाता है। इसके मसाले और मुलायम मांस का मिश्रण एक ऐसा अनुभव देता है, जिसे कोई भी पसंद कर सकता है।
लखनवी संस्कृति का हिस्सा
टुंडे कबाब न केवल स्वाद में बेमिसाल हैं, बल्कि यह लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा हैं। इन कबाबों का इतिहास और परंपरा लोगों को लखनऊ की समृद्ध खानपान संस्कृति से जोड़ता है।
लोकप्रियता
लखनऊ के बाहर भी टुंडे कबाब की ख्याति फैल चुकी है। विदेशी पर्यटक भी इस अद्भुत व्यंजन को चखने के लिए लखनऊ आते हैं। टुंडे कबाब को अब दुनिया भर में जाना जाने लगा है।
आपके सवाल, हमारे जवाब: टुंडे कबाब से जुड़ी सामान्य जानकारी
1. क्या टुंडे कबाब शाकाहारी होते हैं?
नहीं, टुंडे कबाब मांसाहारी व्यंजन हैं। इनमें मुख्य रूप से मटन या बकरा मांस का उपयोग किया जाता है।
2. क्या टुंडे कबाब के लिए विशेष मसाले उपलब्ध होते हैं?
हाँ, टुंडे कबाब में इस्तेमाल होने वाले मसाले विशेष होते हैं, जिनमें धनिया, जीरा, दारचीनी, इलायची आदि शामिल होते हैं। इन्हें आसानी से स्थानीय बाजार से प्राप्त किया जा सकता है।
3. क्या टुंडे कबाब घर पर बना सकते हैं?
हाँ, आप घर पर भी टुंडे कबाब बना सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको सही मसाले और विधि का पालन करना होगा।
4.
लखनऊ में टुंडे कबाब के अलावा कौन से प्रसिद्ध कबाब हैं?
लखनऊ में शाही कबाब, बनारी कबाब, और गलौटी कबाब भी बहुत प्रसिद्ध हैं।
5. टुंडे कबाब किसके साथ सर्व किया जाता है?
टुंडे कबाब को आमतौर पर रोटी, नान, या शीरमाल के साथ सर्व किया जाता है। साथ में प्याज, धनिया और हरी चटनी भी दी जाती है।
निष्कर्ष
लखनऊ का टुंडे कबाब न केवल एक स्वादिष्ट मांसाहारी व्यंजन है, बल्कि यह लखनऊ की खानपान संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है। इसके मुलायम, मसालेदार और खुशबूदार स्वाद ने इसे न केवल लखनऊ, बल्कि पूरे देश और विदेश में भी प्रसिद्ध बना दिया है। यह एक ऐसा व्यंजन है, जो हर किसी को लखनऊ की शाही खानपान संस्कृति से रूबरू कराता है।
अपने अद्भुत स्वाद और रेशमी मुलायमियत के कारण, टुंडे कबाब किसी भी मांसाहारी के लिए एक अद्वितीय अनुभव होता है। अगर आप लखनऊ जाएं, तो इसे एक बार जरूर चखें।